‘जय बाबा बर्फानी की ‘ श्री अमरनाथ यात्रा हिन्दुओं का एक पवित्र धार्मिक स्थल है जहाँ हर वर्ष अमरनाथ यात्रा का आयोजन श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड और भारत सरकार द्वारा किया जाता है , श्री अमरनाथ धाम कश्मीर घाटी में स्थित है जहाँ देश भर के विभिन्न राज्यों एवं विदेशी नागरिक भी इस यात्रा में हिस्सा लेते है आइये हम आपको इस इस यात्रा से जुडी सभी महत्त्वपूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से अवगत करते है
अमरनाथ यात्रा कब शुरू होती है
अमरनाथ यात्रा हर वर्ष जून माह के अंतिम सप्ताह में शुरू होकर लगभग डेढ़ महीने तक जारी रहते हुए रक्षा बंधन पर अगस्त माह में समाप्त होती है, यह यात्रा लगभग ४० से ५० दिन के मध्य जारी रहती है , जिन यात्रियों को इस यात्रा को करना होता है वो पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराकर इस यात्रा में हिस्सा लेते है , यात्रा शुरू होने से कुछ दिन पूर्व यहाँ छड़ी मुबारक यात्रा निकली जाती है जिसमे राज्य के प्रमुख लोग पहुंचकर बाबा बर्फानी के हिमलिंग के दर्शन प्राप्त करते है
अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन कैसे करे
अमरनाथ यात्रा हर वर्ष जून माह के अंतिम सप्ताह में शुरू होकर अगस्त माह में समाप्त होती है, अथवा इसके रजिस्ट्रेशन मार्च या अप्रैल माह में शुरू हो जाते है, अमरनाथ यात्रा की गत वर्ष से रजिस्ट्रेशन की दो प्रक्रिया है एक ऑनलाइन माध्यम से और एक बैंक के द्वारा रजिस्ट्रेशन, यात्रा के रेजिट्रेशन की तारीख के बारे में आप श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से जानकारी प्राप्त कर सकते है जहाँ आप पहले आओ पहले पाओ के हिसाब से सभी भक्तो का रजिस्ट्रेशन किया जाता है ,
अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन बैंक द्वारा कैसे करें
सबसे पहले आपको श्री अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से अमरनाथ यात्रा का फॉर्म निकालकर भरना पड़ता है उसमे आपको कुछ पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ की भी जरुरत पड़ती है उस फॉर्म को भरने के बाद आपको श्रीअमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा दी गयी मान्य प्राप्त डॉक्टर्स की लिस्ट में से अपने शहर के डॉक्टर्स से जा कर अपने शरीर का जरुरी परिक्षण कराने के उपरांत वह फॉर्म आप श्राइन बोर्ड द्वारा निर्देशित बैंक में जाकर जमा कराये एवं वहां स्लॉट के हिसाब से आपको दिन और यात्रा की तारीख दे दी जाएगी
अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट द्वारा आप ऑनलाइन रेजिट्रेशन कर सकते है जिसकी प्रक्रिया बहुत ही आसान है और अगर आप ऑनलाइन प्रक्रिया से अनभिज्ञ है तब आप अपने नजदीकी साइबर कैफ़े से जाकर यह रजिस्ट्रेशन करा सकते है श्राइन बोर्ड द्वारा तय फीस जमा कर के आप अपनी यात्रा की तारीख एवं तिथि तय कर सकते है ,वहां रजिस्ट्रेशन करने से पूर्व आपको मेडिकल जांच करना अनिवार्य है और उस फॉर्म को आप ऑनलाइन माध्यम से जमा कर सकते है
अमरनाथ यात्रा कहाँ से शुरू करें
श्री अमरनाथ यात्रा हर वर्ष की भांति दो अलग अलग रास्तो से शुरू की जाती है जिनमे एक है पहलगाम और दूसरा है बालटाल ,पहलगाम वाला जो रास्ता है वो यात्रा का पारम्परिक रास्ता है और ऐसे मान्यता है की भगवान शिव भी माता पार्वती को अमर कथा सुनाने के लिए इसी मार्ग से लेकर गए थे और अपने पीछे जगह जगह अपने शरीर के सभी तत्त्व छोड़ते चले गए थे , इस मार्ग से यात्रा शुरू करने के लिए आपको यात्रा तिथि से एक दिन पूर्व पहलगाम पहुंचकर नुनवन बेस कैंप में ठहर सकते है और यात्रा वाले दिन बेस कैंप से जम्मू कश्मीर सर्कार द्वारा चलायी गयी बस या टैक्सी लेकर चंदनवारी तक पहुँच सकते है जहाँ से आपकी यात्रा प्रारम्भ होती है , अगर आप बेस कैंप में नहीं रुकना चाहते तब आप किसी होटल या गेस्ट हाउस में रूककर वहां से सुबह ५ बजे चंदनवारी के लिए प्रस्थान कर सकते है ,
बालटाल मार्ग से भी ठीक इसी प्रकार आप अपनी यात्रा शुरू कर सकते है , दोनों को तुलना में बालटाल मार्ग छोटा होने के साथ साथ अति दुर्गम और कड़ी चढाई वाला है जहाँ से आप यात्रा प्रारम्भ कर सकते है. Book Golden Triangle Tour
अमरनाथ यात्रा में कहाँ कहाँ ठहरने की व्यवस्था होती है
श्री अमरनाथ यात्रा हर वर्ष की भांति दो अलग अलग रास्तो से शुरू की जाती है जिनमे एक है पहलगाम और दूसरा है बालटाल ,पहलगाम वाला जो रास्ता है वो यात्रा का पारम्परिक रास्ता है
अगर आपकी यात्रा पहलगाम मार्ग से शुरू हुई है तब आपका पहला रात्रि विश्राम पड़ाव शेषनाग झील के समीप होगा जहाँ सर्कार द्वारा उचित ठहरने की और खाने पीने की बहुत ही अच्छी व्यवस्था की जाती है, यहाँ प्रति व्यक्ति ४५० रुपए का शुल्क देकर आप कैंप में ठहर सकते है और आपको खाने पीने के लिए फ्री भंडारे और लंगर वहां उपलब्ध होते है , दूसरा पड़ाव पंचतरणी पर होगा जो की शेषनाग झील से लगभग १६ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है , वहां भी आपको सरकारी कैंप में ठहरने के लिए ४००-५०० प्रति व्यक्ति का शुल्क देना पड़ता है और खाने पीने के फ्री भंडारे सभी यात्रियों के लिए उपलब्ध होते है
जब आप यात्रा बालटाल मार्ग से शुरू करते है तब आप दोमेल के रास्ते हुए बरारी टॉप और संगम टॉप मार्ग होते हुए सीधे अमरनाथ पवित्र गुफा के लिए प्रस्थान करते है बालटाल से पवित्र गुफा की दूरी सिर्फ १४ किलोमीटर है और इस मार्ग में आपको बीच में रुकने का कोई विकल्प उपलब्ध नहीं होता आपको सीधे गुफा के नजदीक जाकर वहां स्थित कैंप में जाकर नहाने धोने और ठहरने की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है
अमरनाथ यात्रा में भंडारे कहाँ कहाँ लगते है
श्री अमरनाथ यात्रा प्रारम्भ होने से कुछ दिन पूर्व ही देश के अलग अलग राज्यों से आये हुए लोग विशेष भंडारों का आयोजन करते है जहाँ लाखों यात्री भोजन प्रसाद पाकर अपनी यात्रा संपूर्ण करते है , वैसे तो अगर आप सड़क मार्ग से जम्मू कश्मीर जा रहे है तब आपको हरयाणा पंजाब से ही जगह जगह भंडारे होते हुए मिलते है और जम्मू पहुंचकर आपको इनकी संख्या निरंतर बढ़ती जाती है
अमरनाथ यात्रा के प्रमुख भंडारे कुछ इस प्रकार है
पहलगाम -नुनवन कैंप
चंदनवारी -यात्रा चेकिंग पॉइंट के समीप
शेषनाग – यात्री बेस कैंप
पोषपत्री – अति विशाल भंडारा
पंचतरणी- यात्री बेस कैंप
अमरनाथ पवित्र गुफा भंडारा- गुफा की सीडी मार्ग के समीप
बालटाल भंडारा- बालटाल यात्री बेस कैंप के समीप
अमरनाथ यात्रा में ले जाने वाला जरुरी सामान
अमरनाथ यात्रा अति दुर्गम पहाड़ियों, झरनो, नदियों और झीलों से गुजरते हुए बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा तक पहुँचती है यहाँ आपको हर तरह के मौसम की परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको कुछ जरुरी सामान हमेशा अपने साथ रखने चाहिए यात्रा मार्ग कोई सा भी हो ,
गर्म कपडे जो की वहां सबसे जरुरी है जैसे की जैकेट या स्वेटर , ऊनी मोज़े , दस्ताने , टोपा इत्यादि
बरसाती की जरुरत आपको कभी भी पड़ सकती है यहाँ बारिश होना एक साधारण प्रक्रिया है
जरुरी दवाये, कैंडी या टॉफी, टोर्च, कैमरा बैटरी, पावर बैंक, ट्रैकिंग जूते, मोबाइल फ़ोन, हल्का खाने पीने का सामान इत्यादि
अमरनाथ यात्रा कितने दिन में संपूर्ण की जाती है
अगर आपकी यात्रा पहलगाम मार्ग से शुरू हो रही है तो आपको यात्रा पूरी करने में कम से कम तीन दिन का समय लगता है यानि की पहले दिन में आप चंदनवारी से शेषनाग झील पहुँचते है दूसरे दिन में आप शेषनाग झील से चलकर पंचतरणी यात्री बेस कैंप पहुँचते है जहाँ आप रात्रि विश्राम के बाद तीसरे दिन लगभग ६ किलोमीटर की यात्रा करने के बाद पवित्र गुफा तक पहुँचते है और उसी दिन दर्शन करने के उपरांत आप बालटाल के रास्ते सीधे बलतम बेस कैंप पहुँच कर अपनी यात्रा समाप्त कर सकते है।
अगर आप बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा प्रारम्भ कर रहे है तब आप एक रात पवित्र गुफा पर रूककर दूसरे दिन बालटाल मार्ग से ही वापस आकर अपनी यात्रा दो दिन में समाप्त कर सकते है
अमरनाथ यात्रा पूरी करने के लिए क्या क्या सुविधाएं उपलब्ध है
यूँ तो लाखों श्रद्धालु हर वर्ष अमरनाथ यात्रा पैदल मार्ग से पूरी की जाती है पर जो लोग पैदल चलने में अशमर्थ है वह खच्चर, पालकी एवं हेलीकॉप्टर मार्ग से भी अपनी यात्रा पूरी कर सकते है। सभी यात्रियों के लिए एक सुझाव है की वह खच्चर या पालकी श्राइन बोर्ड द्वारा अधिकृत पेड बूथ से पर्ची काटकर ही ले अथवा आपके साथ धोका हो सकता है , कई बार यात्रियों को उनके तय जगह के अलावा कहीं और उतार दिया जाता है जिससे उन्हें विशेष परेशानी का सामना उठाना पड़ता है ,
इसके अलावा जगह जगह आपको भंडारे , नहाने धोने और शौचालय की बेहतरीन व्यवस्था उपलब्ध है , आपको जरुरी सामान उपलब्ध करने हेतु जगह जगह छोटे छोटे मार्किट भी उपलब्ध है जहाँ आपको हर जरुरी सामान यात्रा मार्ग में उपलब्ध हो जाता है. Book One day tour from Delhi
श्राइन बोर्ड और भारत सरकार द्वारा मेडिकल कैम्प्स और हॉस्पिटल्स की भी उचित व्यवस्था यात्रा मार्ग पर उपलब्ध होती है